अकड़ना एक प्रकार की स्थित
है जिसमें एक कड़कपन आ जाने के कारण कोई क्रिया कर पाना लगभग असंभव हो जाता है या
एक प्रकार की सख्ती को अकड़न नाम दिया जा सकता है अब अकड़ना शब्द दो तरह से प्रयोग
में लाया जाता है एक तो भौतिक रूप में दूसरा काल्पनिक/ मानसिक रूप में; अब समझने
के लिए पहले शरीर को लीजिए यदि कहा जाए “शरीर में अकड़न है” तो इसका मतलब ये नही
होगा कि शरीर कोई क्रिया नही कर सकता इसका अर्थ है कि शरीर क्रिया करने में सख्ती
महसूस कर रहा है दूसरे वाक्यांश में “ज्यादा अकड़ मत दिखा” में अकड़ शब्द किसी
शारीरिक नही बल्कि मानसिक स्थिति के लिए इस्तेमाल किया गया है जिसका अर्थ है अपनी
बात पर अड़ जाना है इसी प्रकार अकड़ दिखाने वाले व्यक्ति को घमंडी की संज्ञा दी जा
सकती है जबकि अकड़ कर चलने का मतलब घमंडी होना नही होता बल्कि सीना तान कर चलना
होता है जैसे परेड में चलते समय व्यक्ति अकड़ कर चलता है
अब वस्तुओं की बात करे तो
जब कोई कोमल वस्तु सूखने के पश्चात एक सख्त स्थिति में आ जाए अर्थात उसका आकार
बदलना कठिन हो जाए तब कहा जा सकता है कि यह अकड़ चुकी है अकड़ना शब्द के कुछ प्रयायवाची है जैसे: गुरूर, घमंड,
स्वाभिमान, तन जाना, कड़क हो जाना इत्यादि यद्दपि प्रयोग करते समय इनके भाव अलग अलग
होते हैं अकड़ना को अंग्रेजी में नम्बनेस (एन.यू.एम.बी.एन.ई.एस.एस.) (Numbness) या स्टिफनेस (Stiffness) (एस.टी.आई.एफ.एफ.एन.ई.एस.एस.) कहा जाता है