इंकलाब एक नारा है जो कि भारत
वर्ष की आज़ादी के समय प्रमुख लोकप्रिय नारों में से एक था यह नारा शासन के खिलाफ
विद्रोह का प्रतीक है इंकलाब उर्दू-फारसी-अरबी भाषा से सबंधित शब्द है जिसका
हिन्दी में अर्थ होता है “क्रांति” अर्थात किसी शासन के किए गए कृत्यों के खिलाफ
जनता का एकजुट होकर विद्रोह करना तथा तख्ता पलट (सरकार को पूर्णत: बदलना) के लिए
प्रयास करना; यह शब्द उस समय भारतीय आवाम में आम हो गया जब क्रान्तिकारी शहीद भगत
सिंह ने दिल्ली सेन्ट्रल असेंबली में धमाका कर “इंकलाब जिंदाबाद” नारे को बार बार
दोहराया इस शब्द के साथ जुड़े “जिंदाबाद” का अर्थ है “सदा ज़िंदा रहने वाला या सदा
आबाद रहने वाला” इसी प्रकार इंकलाब जिंदाबाद नारे का सामूहिक अर्थ हुआ “कभी ना
मरने वाली क्रांति”
यद्धपि इंकलाब शब्द आज़ादी
के बाद भी प्रयोग होता आया है क्योंकि यह शब्द कुशासन के खिलाफ विद्रोह का प्रतीक
है हालाँकि यह भी समझा जाना चाहिए कि इंकलाब का अर्थ किसी “हिंसा की क्रांति” को
ना दर्शाकर “परिवर्तन के लिए उठ रही भावनाओं की आवाज़ से है” इसके अतिरिक्त इंकलाब
एक नाम भी है जो मुस्लिम समुदायों में लोकप्रिय है इंकलाब को अंग्रेजी में रिवोल्यूशन (Revolution) (आर.ई.वी.ओ.एल.यू.टी.आई.ओ.एन.) कहा जाता है