अक्षय अर्थात कोई भी ऐसा
जिसका कभी क्षय (धीरे धीरे नाश की ओर अग्रसर होना) ना हो अक्षय का हिन्दी में अर्थ
“अविनाशी” होता है अर्थात वह जो कभी नष्ट ना हो जो सदा बना रहे उसे अक्षय कह कर
संबोधित किया जा सकता है हिन्दी भाषी क्षेत्रों में “अक्षय” शब्द पुरुष नाम के तौर
पर लोकप्रिय है तथा कुछ प्रसिद्ध व्यक्तियों के नाम के लिए भी इस शब्द का प्रयोग
किया गया है इसके अतिरिक्त अक्षय ईश्वर का एक अन्य नाम है क्योंकि ईश्वर अनंत है
तथा ईश्वर का नाश असंभव है
वह जो अमर है अर्थात कभी भी
नाश को प्राप्त नही होता तथा प्रलय में भी अपना अस्तित्व बनाए रखने में सक्षम है अक्षय
कहलाता है अक्षय शब्द अ+क्षय से मिल कर बना है जिसमें “अ” अर्थात “बिना” तथा क्षय
अर्थात “नाश” इस प्रकार इस शब्द का सामूहिक अर्थ होता है “बिना क्षय का या नाश से
रहित” अक्षय शब्द के कुछ अन्य पर्यायवाची हैं जैसे: परमात्मा, ब्रह्मा, चिरयुवा (जो
कभी बूढा ना हो), अपरिवर्तनीय (जिसमें कभी कोई बदलाव ना हो) इत्यादि अक्षय को
अंग्रेजी में Inexhaustible कहा जाता है
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