किसी भी संजीव प्राणी (सामान्यत:
मनुष्य) की ही नस्ल की संजीव संतान जो स्त्री गर्भ से पैदा होती है तथा अपने वंश को
आगे बढ़ाती है, औलाद कहलाती है। औलाद शब्द स्त्री तथा पुरुष दोनों संतानों के लिए किया
जा सकता है जैसे: बेटा-बेटी अर्थात पुत्र-पुत्री दोनों को औलाद शब्द से संबोधित
किया जाता है। पृथ्वी पर जीने जीने वाले सभी संजीव प्राणियों की सभी जातियां अपनी
औलाद के कारण ही अपने वंश या प्रजाति का अस्तित्व बनाए रखने में सक्षम होते हैं।
औलाद का प्रयायवाची है: संतान, वंशज या बच्चे। औलाद को अंग्रेजी में चिल्ड्रन कहा
जाता है।
उदाहरण: जब किसी व्यक्ति की औलाद लायक होती है तब वह व्यक्ति जीवन
के सभी सुख पाता है। औलाद किसी भी व्यक्ति को रंक से राजा या राजा से रंक बना सकती
है। प्रत्येक व्यक्ति अपनी औलाद को जीवन के सभी सुख देना चाहता है तथा इसके लिए
दिन रात मेहनत करता है। माता दुलार से उनका पालन पोषण करती है। औलाद को चाहिए कि
वे लायक बने तथा अपने माता-पिता का सिर गर्व से ऊँचा करें।