भूतकाल में अज्ञानता वश
किया गया कोई भी कार्य या क्रिया जिसके कारण वर्तमान या भविष्य में हानि उठानी पड़े
भूल कहलाती है भूल का हिन्दी में अर्थ होता है “गलती या दोष”; इस शब्द का इस्तेमाल
अक्सर “चूक” शब्द के साथ किया जाता है जैसे: भूल-चूक हो गई हो तो माफ़ कीजिएगा; इस
वाक्यांश में भूल अर्थात गलती तथा चूक अर्थात लक्ष्य को प्राप्त ना कर पाना या चूक
जाना इस प्रकार इस वाक्यांश का सामूहिक अर्थ होता है यदि किसी गलती के कारण कोई
कार्य ठीक से नही हो पाया हो तो मुझे क्षमा कर दीजिएगा; इस वाक्य में श्रोता के प्रति
वक्ता का सम्मान भाव झलकता है
हालाँकि यह शब्द “भूलना” से
बना है तथा मेल भी खाता है परन्तु दोनों में अर्थ में अंतर है एक तरफ कोई स्मृति
मस्तिष्क से निकल जाए उसे भूलना कहा जाता है जबकि दूसरी तरफ किसी भी कारण वश की गई
किसी गलती को भूल कहा जाता है दोनों शब्दों में भारी अंतर है जब “भूल” शब्द के साथ
कोई क्रिया जोड़ दी जाए अर्थात “भूल गया या भूल जाना” लिखा जाए तब भूल शब्द का अर्थ
गलती ना रहकर “याद ना रहना” हो जाता है भूल से सबंधित एक अन्य शब्द “भूल भुलैया”
भी प्रचलित है जिसका अर्थ होता है कोई ऐसा रास्ता या रास्तों का समूह जिससे सरलता
से समझा ना जा सके भूल-भुलैया कहलाता है भूल के अन्य पर्यायवाची हैं जैसे: गलती,
दोष, अज्ञानता वश किया गया कार्य, चूक, कुसूर, खोट, पाप इत्यादि; भूल को अंग्रेजी
में मिस्टेक (Mistake) (एम.आई.एस.टी.ए.के.ई.) कहा जाता है