शैक्षिणिक संस्थान द्वारा किसी
कक्षा के लिए या किसी विशेष कोर्स के लिए पढ़ाई हेतु निर्धारित की गई ऐसी पुस्तक जिसमें
पाठ्यक्रम के अनुसार विषयों तथा जानकारी को छापा गया हो, पाठ्य पुस्तक कहलाती है। यह
नियमित रूप से विद्यार्थियों को पढ़ाई जाती है तथा कुछ समय अंतराल के बाद इन
पुस्तकों के आधार पर परीक्षा करवाई जाती है, जिसमें उतीर्ण होने के पश्चात ही
विद्यार्थी को अगली कक्षा में भेजा जाता है। पाठ्य पुस्तकों का निर्धारण परीक्षा समिति
द्वारा जांच कर ही किया जाता है तथा अधिकृत प्रकाशकों को ही इन पुस्तकों के प्रकाशन
का कार्यभार सौंपा जाता है। विद्यार्थी अन्य पुस्तकों से मदद तो ले सकते हैं परन्तु
उन्हें पाठ्य पुस्तक में दिए गए पाठ्यक्रम के आधार पर ही पढ़ाई करनी होती है। यह
शैक्षिणिक कार्य प्रणाली लगभग प्रत्येक देश में अंतराष्ट्रीय स्तर पर अपनाई जाती
है जो कि शिक्षा के स्तर को बनाए रखने व ऊँचा उठाने का कार्य करती है। पाठ्य
पुस्तक शब्द का प्रयायवाची है: अध्ययन पुस्तक। पाठ्य पुस्तक को अंग्रेजी में टेक्स्ट बुक
कहा जाता है।
उदाहरण: सभी विद्यार्थी अगले हफ्ते तक पाठ्य पुस्तकों को खरीद लें। उसके पश्चात नियमित कक्षाएं लगेंगी तथा प्रत्येक तीन महीने के अन्तराल पर
परीक्षाएं करवाई जाएंगी। पाठ्यक्रम की जानकारी प्रत्येक पुस्तक के पहले पृष्ठ पर दी
गई है।
सर,यदि हम पुस्तक और टीवी में श्रेष्ठ ठूँढ़ें तो श्रेष्ठ कौन होगा?
जवाब देंहटाएंनिःसन्देह पुस्तक श्रेष्ठ है...!!!
हटाएंपुस्तक,जो ज्ञान कौशल देती है| संभवतः टी वी दे सकती है लेकिन साथ ही टीवी कुछ और भीदे देती है|जिससे कौशल का अन्त हो जाता है|अर्थात् स्वच्छता नहीं रहता|अतः पुस्तक ही श्रेष्ठ है
हटाएं