योगा एक अंग्रेजी का शब्द है
जो शुद्ध रूप से हिन्दी में “योग” कहलाता है यह एक अध्यात्मिक, शारीरिक तथा मानसिक
प्रक्रिया है जो व्यायाम की तरह प्रतीत होती है यद्दपि व्यायाम तथा योगा में
समानता नही है दोनों एक दूजे से भिन्न हैं एक तरफ व्यायाम में उछल-कूद को महत्व
दिया जाता है जो रक्त संचार में तत्कालीन वृद्धि करता है दूसरी तरफ योगा एक
धीरे-धीरे विभिन्न आसनों के रूप में दोहराई जाने वाली प्रक्रिया है तथा शरीर के खिंचाव
और मानसिक शांति से सबंधित है योगा के शारीरिक व मानसिक लाभ हैं जिस कारण यह प्रक्रिया
विश्व में फ़ैल रही है जबकि इसका मूलत: स्थान नेपाल, भारत व अन्य दक्षिणी एशियाई
देश हैं जो कि हिन्दू, जैन तथा बौद्ध धर्मों के गढ़ हैं संयुक्त राष्ट्र महासभा
द्वारा प्रत्येक वर्ष 21 जून को विश्व योग दिवस के रूप में मनाने की मान्यता दी गई
है। योगा का हिन्दी में अर्थ है “योग”; तथा जब कोई व्यक्ति योग करता हुआ कोई विशेष
आसन बनता है तब उस व्यक्ति की स्थिति को योगासन की स्थिति कहा जाता है (ध्यान दें:
किसी विशेष रूप में स्थिरता से बैठ जाना आसन कहलाता है)
यदि योगा को सरल शब्दों में
समझा जाए तो शरीर को किसी ऐसे रूप में स्थिर करना जिससे किसी विशेष अंग पर पूर्ण शरीर
केन्द्रित हो जाए योगा कहलाता है उदाहरण: शीर्षासन (शीर्ष-आसन) में शरीर का
पूर्णत: भार व केंद्र सिर तथा भुजाएं बनती हैं इसी कारण (सिर अर्थात शीर्ष) के नाम
पर इस आसन को शीर्षासन कहा जाता है। इसी प्रकार सभी आसनों का नाम उन अंगो पर रखा
गया है जिन पर शरीर केन्द्रित होता है तथा उस अंग विशेष को इस अवस्था का लाभ मिलता
है जैसे शीर्षासन के लाभानुसार सिर का दर्द कम होता है व स्मरण शक्ति बढ़ती है। परन्तु
कुछ आसन ऐसे भी हैं जिनका नाम शरीर की बनावट के आधार पर रखा गया है जैसे: वृक्ष
आसन में व्यक्ति एक वृक्ष की भांति खड़ा होता है तथा चक्र आसन में गोलाई का रूप धारण
करता है। सभी आसन हिन्दी भाषा के शब्दों से बने है तथा विश्व प्रसिद्ध हो चुके हैं
योगा (योग) शब्द के लिए अन्य प्रयायवाची नही हैं परन्तु कभी कभी इसे योग्याम,
योगासन इत्यादि शब्द से संबोधित किया जाता है। योग को अंग्रेजी में योगा (Yoga) (वाई.ओ.जी.ए.)
कहा जाता है