काम से जी चुराना अर्थात
किसी भी प्रकार के परिश्रम से बचने की कोशिश करना। जब कोई व्यक्ति किसी कार्य को
करने में ना-नकोर करता है जिसका उद्देश्य मात्र परिश्रम से बचना होता है तब उस
व्यक्ति के इस व्यवहार के लिए काम से जी चुराना या काम चोर मुहावरे का प्रयोग होता
है। इस मुहावरे में “जी” शब्द का अर्थ है मन या हृदय। यह शब्द हिन्दी में
क्षेत्रिय भाषाओं व उर्दू के सामजस्य से आया है जैसे: यदि कहा जाए की “जी नही लग
रहा” इसका अर्थ होगा “मन नही लग रहा” एक अन्य उदाहरण लीजिए जैसे: “मेरा यह कार्य
करने को जी नही करता” इसका अर्थ होगा “मेरा यह कार्य करने को दिल नही करता” इसी
प्रकार “जी” शब्द मन तथा हृदय के पर्याय के रूप में प्रयोग होता है।
सरल शब्दों में मेहनत करने से
बचने की कोशिश करने के भाव को जी चुराना कहा जाता है। उदाहरण: विद्यार्थियों को
कभी भी पढ़ाई से जी नही चुराना चाहिए यदि वे ऐसा करेंगे तो परीक्षा में उतीर्ण कैसे
होंगे। अन्य उदाहरण: किसी भी काम से जी नही चुराना चाहिए क्योंकि मेहनत करने वालों
को या तो कामयाबी मिलती है या फिर सबक इसीलिए मेहनत का कोई ना कोई फल अवश्य मिलता
है। काम से जी चुराना को अंग्रेजी में सीज़ टू लव कहा जाता है।