एक प्रकार का पर्वत की जाति
का स्थान जो सामान्य स्थानों से ऊँचा होता है तथा बहुत अधिक लम्बे क्षेत्र में
फैला होता है व इसका सम्पूर्ण विस्तार एक ही समान ऊँचाई को प्राप्त किए होता है;
पठार कहलाता हैं। पठार विश्व में इतने अधिक स्थान पर पाए जाते हैं कि धरातल का लगभग
33 प्रतिशत स्थान इनके अंतर्गत आता है। उदाहरण के रूप में आप किसी भी ऐसे स्थान को
देख सकते हैं जो उभर गया हो तथा बहुत अधिक स्थान को घेरे हुए हो। सरल शब्दों में
कहा जाए तो वह भूमि जो अन्य स्थानों से ऊँची हो पठार कहलाती है। ज्यादातर यह चौरस
या किसी निश्चित आकार में होती है जिस कारण इसकी पहचान करना आसान हो जाता है।
किसी सामान्य स्थान से देखने पर इनकी ऊँचाई व विस्तार का साफ़ अंदाज़ा लगाया जा सकता है। इसके अतिरिक्त इन्हें उन पहाड़ों की संज्ञा दी जा सकती है जो पूर्णत: विकसित ना हुए हो परन्तु जिन्होंने थोड़ी ऊँचाई को प्राप्त अवश्य कर लिया हो। पठार का अर्थ तथा प्रयायवाची हैं: उच्चस्थली/ उच्चसमभूमि (अंग्रेजी: टेबल लैंड/ प्लाटौ)