किन्ही दो भारी पत्थरों या ठोस
वस्तुओं के बीच में दोनों तरफ से होने वाले दबाव व चोट के कारण चूर्ण की अवस्था
में बदल जाने की क्रिया पिसना कहलाती है। जब इस क्रिया को किसी अन्य पर दोहराया
जाता है तो वह क्रिया पीसना कहलाती है।
पिसना: किसी व्यक्ति के लिए पिसना शब्द का प्रयोग करने का अर्थ है
उसके परिश्रम के कारण उसे होने वाले कष्ट की ओर इशारा करना अर्थात इतना अधिक
परिश्रम करना की व्यक्ति थककर चूर-चूर हो जाए तथा उसमें और अधिक परिश्रम करने की
हिम्मत ना रहे। पिसना का अर्थ व प्रयायवाची है: दबकर चूर्ण के रूप में आने की
क्रिया/ दुखों को झेलना/ कुचला जाना (अंग्रेजी: बी क्रशड)। उदाहरण: वह अपने घर और
दफ्तर की व्यस्त ज़िन्दगी में पिस रहा है।
पीसना: किसी वस्तु (जैसे: गेहूँ) इत्यादि को दो पाटों या कठोर वस्तुओं
के बीच में दबाकर व रगड़कर उसे चूर्ण रूप में परिवर्तित कर देने की क्रिया को पीसना
कहा जाता है। इस शब्द का प्रयोग विशेषकर भौतिक क्रिया के लिए किया जाता है। उदाहरण:
गेहूँ को पीसने के बाद ही खाने योग्य चपाती रूप में परिवर्तित किया जा सकता है। पिसना
को अंग्रेजी में ग्राइंड कहा जाता है।