एक क्रिया जो किसी कार्य
विशेष को पूर्णता देने की योग्यता को दर्शाती है अन्य शब्दों में एक प्रकार का भाव
जो किसी कार्य को पूर्णता देने से पूर्व उसे पूर्ण कर देने की क्षमता को दर्शाता
है सकना कहलाता है। उदाहरण: मैं यह कार्य कर सकता हूँ (इस उदाहरण में “सकता” शब्द
का अर्थ होगा कि कर्ता कार्य विशेष को सम्पन्न कर सकने में सक्षम है) अर्थात
क्षमता को दर्शाने के लिए पर्याय के रूप में प्रयोग किया जाने वाला शब्द “सकना” है।
इसके अतरिक्त सकना शब्द एक प्रकार की संदेह की स्थिति भी उत्पन्न करता है जिसमें योग्यता
पर संदेह का भाव आता है। उदाहरण: तुम कर सकोगे? (यहाँ “सकोगे” शब्द सकना का ही एक
रूप है जो पूछने वाले के मन में सामने वाले व्यक्ति की योग्यता पर संदेह का भाव दर्शाता
है)
सरल शब्दों में सकना एक क्रिया है जो किसी व्यक्ति के सामर्थ्य को दर्शाती है जैसे: दौड़ सकना, खा सकना, चढ़ सकना, पार कर सकना, वाहन चला सकना, तोड़ सकना इत्यादि। इसके अतिरिक्त किसी से आज्ञा मांगने के लिए सकना शब्द का प्रयोग किया जाता है जिससे सामने वाला व्यक्ति कार्य विशेष को करने का अधिकार देता है जो सामर्थ्य का ही एक रूप होता है जैसे: क्या मैं अन्दर आ सकता हूँ (यद्दपि व्यक्ति अन्दर आ सकने में सक्षम है परन्तु उसे अधिकार नही है इसके पश्चात अधिकारी व्यक्ति जब उसे अन्दर आने का अधिकार/ आज्ञा/ अनुमति/ इजाज़त देता है तो वह दी जाने वाली इजाज़त सकना की पर्याय बन जाती है।) सकना का अर्थ व प्रयायवाची हैं: , योग्यता, सामर्थ्य, सक्षमता, किसी कार्य को करने के योग्य होना, किसी कार्य को कर पाना संभव होना, मुमकिन होना इत्यादि (अंग्रेजी: कैन)