कोई भी एसी वस्तु, पदार्थ
या दृश्य जो मन को एक सुखद अनुभव दे तथा आँखों को अच्छा लगे सुन्दर कहलाता है। यह
एक प्रकार की विशेषता या गुण है जो सुरूपता के कारण बनता है तथा दर्शक को आकर्षित
करता है। उदाहरण: पहाड़ों का सुन्दर दृश्य वहां आने वाले पर्यटकों को मोहित कर रहा
था (इस उदाहरण में सुन्दरता पहाड़ का एक गुण है जो उसका महत्व बढ़ा रहा है) अन्य शब्दों
में कहा जाए तो देखने योग्य वह नज़ारा जो दिल में अच्छे अनुभव उत्पन्न करने सुन्दर
कहलाता है। यह गुण संजीव-निर्जीव दोनों में हो सकता है परन्तु शर्त ये है कि वह
अदृश्य ना हो जैसे कि हवा अदृश्य है तथा उसे सुन्दर शब्द से संबोधित नही किया जा
सकता।
सरल शब्दों में वह जिसे देखने के बाद मस्तिष्क खूबसूरत भावों को महसूस करता
है सुन्दर कहलाता है। सुन्दरता नामक गुण बढ़ भी सकता है और कम भी हो सकता है। किसी
भी दृश्य को देखने के बाद दिल में उमड़े भावों को महसूस कर व्यक्ति दृश्य की
सुन्दरता का मापन करता है जैसे: कोई स्त्री प्राकृतिक सुन्दरता से अधिक कृत्रिम
सुन्दरता (सौन्दर्य उत्पाद प्रयोग करने के पश्चात) में अधिक प्रिय लगती है। सुन्दर
का अर्थ व प्रयायवाची हैं: दिल को भा जाने वाला, खूबसूरत, शोभायमान, सुरूप, आँखों
को अच्छा लगने वाला, भला, अच्छा, शोभन इत्यादि (अंग्रेजी: ब्यूटीफुल)