शब्द के पीछे छिपी उसकी
व्याख्या या वास्तविक अभिप्राय को अर्थ कहा जाता है। प्रत्येक शब्द एक या एक से
अधिक अर्थ रखता है। अर्थ को शब्द की शक्ति कहा जा सकता है क्योंकि अर्थ किसी भी
शब्द की उपयोगिता तथा क्षमता को दर्शाता है।
1. तुम्हारा मतलब (अर्थ) है
कि इस महीने से सबकी तनख्वाह मिलनी बंद हो जाएगी ऐसे तो भूखमरी की नौबत आ जाएगी।
2. उपरोक्त लिखित शब्द या
जानकारी से क्या अभिप्राय (अर्थ) है इस प्रकार के प्रश्न हिन्दी परीक्षाओं में पूछे
जाते हैं।
3. तुम्हारा इस तरह अचानक
से बुलाने तथा हम सबको यहाँ इक्कठा करने का प्रयोजन (अर्थ) क्या है कृपया बताने का
कष्ट करें।
4. तुमने किस कार्य की
पूर्ती हेतु (अर्थ) यह सारी जगह साफ़ करवाने का बीड़ा उठाया है क्या तुम यहाँ कोई
सभा बुलाने वाले हो। (इस वाक्य में “हेतु” शब्द वास्तविक कारण की ओर इशारा कर रहा
है जिसे अर्थ कहा जा सकता है इस प्रकार किसी बात के पीछे छिपा वास्तविक कारण भी
अर्थ कहलाता है)
अर्थ का अर्थ व प्रयायवाची: मतलब, निमित, वास्तविक कारण या व्याख्या, इन्द्रियों के
विषय, धन, काम इत्यादि (अंग्रेजी: मीनिंग)