किसी भी वस्तु, विचार इत्यादि
को स्थिर करने या दृढ़ता से स्थापित करने की क्रिया ठहराना कहलाती है जैसे: किसी
व्यक्ति को किसी हानि के लिए जिम्मेदार ठहराना। इस प्रकार की क्रिया में प्रथम
पक्ष द्वितीय पर हावी होता है तथा द्वितीय पक्ष अपने बचाव में प्रथम पक्ष द्वारा
तय किए गए विचार इत्यादि पर अपनी प्रतिक्रिया दे सकता है। अन्य अर्थानुसार किसी वस्तु
को स्थिर करना ठहराना क्रिया का ही एक उदाहरण है जैसे: तुम्हे वाहन को पेड़ के नीचे
ठहराना पड़ेगा क्योंकि बाहर धूप बहुत ज्यादा है।
1. तुम्हे बिना किसी पुख्ता
सुबूत के रोशन को भरी सभा में आरोपी नही ठहराना चाहिए था अब तुम्हे इसका जवाब देना
होगा अन्यथा वह तुम पर मान हानि का मुकदमा दायर करने से भी परहेज नही करेगा।
2. कुछ निजी कारणों के चलते
सभी चलित वाहनों को कुछ समय के लिए ठहराना पड़ेगा इसीलिए सभी यात्रियों से अनुरोध
है कि वे कुछ समय विश्राम कर लें।
ठहराना का प्रयायवाची व
अर्थ: रोकना, दृढ़ता से कहना या तय करना, पक्का करना, टिकाना,
गति अवरूद्ध करना इत्यादि (अंग्रेजी: सेटल, स्टॉप)