कान काटना/ कान कतरना अर्थात बहुत चालाकी भरे कार्यों में निपुण होना। किसी व्यक्ति के साथ चालाकी करके अपना कोई स्वार्थ पूर्ण करना कान काटना कहलाता है इस प्रकार की चालाकी में सामान्यत: सामने वाले व्यक्ति को हानि व चालाकी करने वाले को लाभ होता है। किसी भी चतुर व्यक्ति के लिए यह मुहावरा प्रयोग किया जाता है जो बातों में बहला फुसलाकर अपना उल्लू सीधा करने में माहिर होता है। कान काटना व कान कतरना दोनों मुहावरों का अर्थ एक ही है। कतरना शब्द का अर्थ होता है काटना; धीरे-धीरे इस प्रकार से काटी गई कोई वस्तु जिसके छोटे-छोटे असंख्य टुकड़े हो जाएं कतरी गई वस्तु कहलाती है जैसे: चूहे किसी किताब या रस्सी को कुतर कर उसे छोटे-छोटे असंख्य टुकड़ों में परिवर्तित कर देते हैं। इसी तरह कान कुतरने से तात्पर्य धीरे-धीरे बातों का जाल बिछाकर या किसी अन्य तरीके से किसी के साथ कोई चालाकी खेल जाना कान कतरना कहलाता है।