पानी पानी होना अर्थात बहुत अधिक शर्मा जाना या लज्जित होना। जब कोई व्यक्ति किसी कारण से शर्मिन्दा हो जाए तथा किसी के भी समक्ष नज़र उठा पाने में असमर्थ महसूस करे तो उस भाव की स्थिति को पानी-पानी होना मुहावरे से दर्शाया जाता है। यह स्थिति उस समय उत्पन्न होती है जब किसी व्यक्ति को बहुत से लोगों के समक्ष अपमान सहना पड़े तथा किसी अन्य के द्वारा उस व्यक्ति चरित्र को चोटिल किया जाए। उस समय वह व्यक्ति अपने इल्जामों के किसी भी तरह से नकार नही सकता क्योंकि ज्यादातर यह इल्ज़ाम सत्य होते हैं।