ठहराव की एक क्रिया जिसमें कोई व्यक्ति किसी स्थान विशेष पर जीवन यापन के उद्देश्य से बस जाए; को रहना कहा जाता है। रहना शब्द स्थिरता का पर्याय है परन्तु इस शब्द में पूर्णत: स्थिरता का भाव ना होकर किन्ही सीमाओं के अंदर समय व्यतीत करने का भाव निहित है। सरल शब्दों में समय व ठहराव के मेल से बनी क्रिया को रहना कहा जाता है उदाहरण के तौर पर यह वाक्य लीजिए: आपको कुछ दिन इसी स्थान पर रहना होगा; इस वाक्यांश के अर्थानुसार द्वितीय व्यक्ति को कुछ दिनों तक स्थान विशेष पर रूकना होगा जिसमें (कुछ दिन) समय का तथा (रूकना) ठहराव का बोध करवाते हैं। यद्दपि वाक्य में “रूकना” शब्द “रहना” के पर्याय के रूप में प्रयोग किया गया है।