गर्दिश किसी भी ऐसे समय या
कालचक्र को कहा जाता है जिसमें हर तरफ से कोई ना कोई विपत्ति आ रही हो। कोई भी
व्यक्ति जब संकट में होता है तथा लाख कोशिशों के बाद भी वह उस संकट से उभर नही
पाता या एक संकट जाते ही दूसरा आ जाता है ऐसी निरंतर स्थति को गर्दिश कहा जाता है।
गर्दिश शब्द दुर्भाग्य का प्रयायवाची है। हालांकि गर्दिश शब्द शारीरिक हानि से अधिक
मानसिक हानि की तरफ इशारा करता है जिसमें व्यक्ति अपने भविष्य के लिए उचित निर्णय
ले पाने में स्वयं को असमर्थ पाता है।
गर्दिश एक विपरीत समय का
कालचक्र है जिसे दिनों, महीनों या वर्षों में बयाँ किया जाता है। सरल शब्दों में
कहा जाए तो वह समय जो अच्छा ना हो तथा उलझनों से भरा हो को गर्दिश का समय या
गर्दिश कह संबोधित किया जाता है। यह एक तरह का ऐसा कालचक्र होता है जिसमें व्यक्ति
खुद को फसा हुआ अनुभव करता है तथा हर बार एक के बाद एक संकट से घिरता हुआ चला जाता
है जो उसे एक विपत्ति भरे चक्रण की अनुभूति करवाता है अर्थात वह जिस संकट से उभर
कर चला था पुन: उसी प्रकार के संकट में फस जाता है। इस प्रतिकूल समय को गर्दिश कहा
जाता है। गर्दिश को अंग्रेजी में सर्कुलेशन ऑफ़ मिसफार्च्यून (Circulation of
Misfortune) कहा जा सकता है।
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