जम्हूरियत उस शासन प्रणाली
को कहा जाता है जिसमें किसी देश की सत्ता जनता या जनता के द्वारा चुने गए उम्मीदवार
के हाथों में होती है। इस प्रणाली में जनता के द्वारा जनता में से ही किसी एक
व्यक्ति विशेष शासक बनाया जाता है जो कि मतदान प्रक्रिया के तहत चुना जाता है।
हिन्दी भाषा में जम्हूरियत को लोकतंत्र के नाम से जाना जाता है। प्राचीन समय में
राजतंत्र चलता था जिसमें राजा का पुत्र या उत्तराधिकारी ही शासन करता था उस
प्रणाली में सबको समान अधिकार दे पाना लगभग असंभव था क्योंकि अकेला राजा या कोई
कुल ही लोगों पर शासन करता था तथा प्रजा को राजा के हर निर्णय को स्वीकार करना पड़ता
था। उसी राजतंत्र प्रणाली के उल्ट आज के समय में प्रजातंत्र है जिसमें प्रजा अपना
राजा चुनती है। बनाया गया राजा प्रजा का कोई सामान्य से सामान्य व्यक्ति भी हो
सकता है जिसे प्रजा द्वारा बहुमत व सर्वसहमति से राजा बनाया जाता है।
इसी प्रजातंत्र को उर्दू
जुबान में जम्हूरियत कहा जाता है जिसमें प्रत्येक व्यक्ति स्वतंत्र होता है व बिना
किसी भेद भाव के समान अधिकार प्राप्त करता है। इस शब्द का भारत के हिन्दी भाषी क्षेत्रों
में प्रचलित होने का एक कारण भारत के पूर्व प्रधानमन्त्री श्री अटल बिहारी वाजपेयी
द्वारा जम्मू-कश्मीर राज्य की प्रगति के लिए इंसानियत, कश्मीरियत व जम्हूरियत जैसे
शब्दों का इस्तेमाल करना रहा है। ये शब्द तत्कालीन समय में समाचार पत्रिकाओं व
सूत्रों द्वारा प्रमुखता से उठाए गए थे। जम्हूरियत को अंग्रेजी में डेमोक्रेसी (Democracy)
कहा जाता है।