चलते समय जब हम एक कदम आगे बढ़ाते हैं उस समय दोनों पैरों की जो जमीन पर आश्रित स्तिथि होती है वह चरण कहलाती है।
पहला पांव जहाँ आश्रित होगा यदि उसे पहला चरण कहा जाए तो आगे दूसरा पैर जमीन पर जिस जगह रखा जायेगा वह दूसरा चरण कहलाएगा। इसी प्रकार चलते समय हम चरणों में आगे बढ़ते है।
क्योंकि चरण शब्द पूर्णतः पाँव की स्थिति पर निर्भर है इसी कारण यह पाँव शब्द के पर्यायवाची के रूप में प्रसिद्ध हो चुका है।
इसके अतिरिक्त किसी क्रिया या खेल को जब विभिन्न भागों में श्रृंखला पूर्वक बाँट दिया जाता है तो उसका प्रत्येक श्रंखलाबद्ध भाग चरण कहलाता है।
चरण शब्द क्रिया के भागों को आगे तोड़ने के लिए भी प्रयोग किया जाता है जैसे यदि कहा जाये "अब खेल के प्रथम भाग का द्वितीय चरण शुरू होगा" इस वाक्य में खेल को भागों में बांटा गया है व भागों को आगे चरणों में बांटा गया है।
इसके अतिरिक्त किसी छंद के एक पद को भी चरण की संज्ञा दी जाती है। एक से अधिक अर्थ होने के कारण चरण एक बहुअर्थ शब्द है।
चरण को अंग्रेजी में स्टेप कहा जाता है।
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