जो पूजा करने योग्य हो पूजनीय कहलाता है जैसे ईश्वर पूजनीय है। हालांकि पूजनीय शब्द पूजा से बना है परंतु इसका एका-एक भावार्थ पूजा करने से नही है बल्कि आदर करने से भी है जैसे यदि किसी ने अपने गुरु के नाम के आगे पूजनीय लगाया है तो इसका अर्थ "गुरु की पूजा " न हो कर "गुरु का आदर" होगा। इसका अर्थ ये हुआ कि पूजनीय शब्द आदरणीय को पर्याय देता है।
पूजनीय शब्द प्रचंड़ आदर दर्शाने के लिए प्रयोग किया जाता है जो समय के साथ साथ प्रचलित भी हो चुका है तथा लोगों द्वारा अपने पूर्वजों के नाम के समक्ष पूजनीय शब्द लगाया जाना आम हो गया है।
अन्य अर्थ:
आदरणीय: वह जो आदर के योग्य हो उसके नाम के समक्ष आदरणीय शब्द का प्रयोग किया जाता है जो पूजनीय का पर्यायवाची है।
वंदनीय: वह जिसकी वंदना की जाती हो वंदनीय कहलाता है तथा यह शब्द केवल ईश्वर के नाम के समक्ष प्रयोग में किया जाता है।
पूजनीय को इंग्लिश में वॉरशिपेबल (Worshipable) कहा जाता है।