खुदा के होने का एहसास या रूह के होने का एहसास रूहानियत शब्द को अर्थ देता है। रूह की नियत (रूहानियत) से बना यह शब्द इंसान के चरित्र का बखान करने के लिए भी प्रयोग किया जाता है। हिन्दी में इसके लिए कोई विशेष शब्द नही हैं परंतु इसे आध्यात्मिक कहा जा सकता है। इंसान का अन्तर्मन उसे क्या करने और क्या न करने के लिए प्रेरित करता है यही बाहरी रूप के उसके चरित्र को दर्शाता है तथा अंदर से उसकी रूह की आवाज़ को दर्शाता है। और ये ही किसी इंसान की रूहानियत होती है। रूहानियत से ही इंसान की अहमियत तय होती है इसी कारण रूहानियत को अहमियत का पर्याय भी माना जाता है।
उदाहरण: आज बड़ा ही रूहानियत भरा माहौल रहा।
bahut hi behtarin jankari mili thankyou is jankari k liye
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