अर्थ=(समझ का न रहना)
उदाहरण=श्याम,क्या तुम्हारी अक्ल
घास चरने गयी है जो तुम
उस जुआरी के साथ मित्रता करना चाहते हो?तुम तो अकल
के दुश्मन हो।
यहाँ पर इस शब्द का प्रयोग इसलिए किया गाय क्योंकि
क्योंकि वह जानते हुए भी जुआरी से मित्रता कर रह है जो की उसके लिए ठीक नहीं।
इसका अर्थ है कि कुछ भी समझ ना आना यानि
कि समझ न रहना और समझ के बिना कुछ भी असंभव सा लगता है। हम अपने जीवन
जो भी काम होते हैं वो हम सोच-समझ करते हैं और हमारी क्षमता पर निर्भर करता है
और जब समझ न रहेगी तो हम काम कैसे करेंगे या फिर किसी चीज़ को करने से पहले सोचेंगे
कैसे जिससे कि हमारे काम ठीक नहीं
होंगे।