हर तरह का सबंध समाप्त करना तथा कोई लेन-देन, कहना-सुनना सब खत्म करना को न उधी का लेना न माधो का देना मुहावरे से दर्शाया जाता है। न उधी का लेना न माधो का देना मुहावरे का मतलब होता है कोई सबंध न रखना। उधी अर्थात वो जो हमारा ऋणी होता है जिससे हमें लेना होता है तथा माधो अर्थात वो जिसके हम ऋणी होते हैं जिसको हमें देना होता है दोनों ओर से लेने देने का व्यवहार समाप्त होने पर व्यक्त तटस्थ हो जाता है। उसे न तो किसी से कुछ लेने की आवश्यकता पड़ती है न किसी को कुछ देने की आवश्यकता पड़ती है। इस स्थिति को न उधी का लेना न माधो का देना मुहावरे से बयान किया जाता है। न उधी का लेना न माधो का देना मुहावरे का वाक्य में प्रयोग निम्न है।
उदाहरण: 1). सन्यासी जीवन में शांति इसलिए होती है क्योंकि वे सांसारिक सुख का मोह त्यागकर न उधी का लेना न माधो का देना नियम पर चलते हैं।
2). यहाँ विदेश में तुम इन चक्करों में मत पड़ो न उधी से लो न माधो को दो।
* आमी तोमाके भालोबाशी बंगाली भाषा का शब्द है। * इसका हिंदी में अर्थ होता है "मैं तुमसे प्यार करता/ करती हूँ। * इस शब्द का प्रयोग हिंदी फिल्मों और गानों में बंगाली टच देने के लिए किया जाता है। * आमी तोमाके भालोबाशी में "तोमाके" का अर्थ होता है "तुमको" इसे "तोमे" के साथ भी बोला जा सकता है अर्थात "आमी तोमे भालोबाशी" का अर्थ भी "मैं तुमसे प्यार करता हूँ" ही होता है। * अपने से उम्र में बड़े व्यक्ति जैसे माता-पिता को बंगाली में यह शब्द कहते हुए "तोमाके" शब्द को "अपनके" बोला जाता है जैसे : आमी अपनके भालोबासी" * अंग्रेजी में इसका अर्थ आई लव यू होता है। * अगर बोलना हो कि "मैं तुमसे (बहुत) प्यार करता हूँ" तो कहा जाएगा "आमी तोमाके खूब भालोबाशी" * वहीं अगर बोलना हो " तुम जानती हो मैं तुमसे प्यार करता हूँ" तो कहा जाएगा "तुमी जानो; आमी तोमाके भालोबाशी"
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