जब किसी को यह पता होते हुए भी कि कोई कार्य विशेष करने पर वह मुसीबत में पड़ जाएगा लेकिन फिर भी जानबूझकर वह उस कार्य को करता है तथा मुसीबत को गले लगा लेता है तो इसे ओखली में सिर देना कहा जाता है। ओखली में सिर देना मुहावरे का मतलब होता है जानबूझकर मुसीबत में पड़ना। ओखली एक कटोरी के आकार की किन्तु बड़ी पत्थर की बनी होती है जिसमें गेहूँ, बाजरा इत्यादि कूटा जाता है। ओखली में कूटने लायक वस्तु डालकर ऊपर से भारी मूसल बरसाए जाते हैं। इसलिए जब ओखली में सिर देना कहा जाता है तो इसका अर्थ होता है मूसल की चोट सहन करने अर्थात मुसीबत को गले लगाने के लिए तैयार होना। यहाँ मूसल का प्रहार मुसीबत का पर्याय है। इस प्रकार उपरोक्त मुहावरे का अर्थ निकलता है जानबूझकर मुसीबत को गले लगाना। ओखली में सिर देना मुहावरे का वाक्य में प्रयोग निम्न है।
उदाहरण: 1). सरेआम गाली-गलौच करके उसने अपना ही सिर ओखली में दिया है।
2). खतरनाक जगह पर बिना किसी सुरक्षा व जानकारी के जाना ओखली में सिर देने जैसा है।
3). चोरी करके तुमने खुद अपना सिर ओखली में दिया है अब पुलिस की मार तो झेलनी पड़ेगी।