चन्ना मेरेया एक पंजाबी छवि का शब्द है जिसमें दो शब्दों का प्रयोग है। पहला शब्द है चन्ना; जिसका अर्थ होता है चाँद। “चन्ना” चाँद के पंजाबी अनुवाद “चन्न” का विस्तार रूप है। चन्ना शब्द “चांदनी” का प्रयायवाची भी होता है व चांदनी को पंजाबी में “चानणी” कहा जाता है। अब दुसरे शब्द “मेरेया” का अर्थ लेते है मेरेया का हिन्दी में सीधा अर्थ होता है “मेरा”; जब दोनों शब्दों को सयुंक्त रूप से देखा जाता है तब इनका अर्थ निकलता है “मेरा चाँद”; परन्तु ध्यान देने योग्य है कि यहाँ चन्ना मेरेया का अर्थ भावनात्मक रूप से “मेरा चाँद” ना होकर “मेरा प्यार/ मेरा परमप्रिय/ मेरी रूह” होता है। क्योंकि गज़ल, शायरी व नज्मों में चाँद की तुलना हमेशा प्यार से की जाती रही है जिससे भावनात्मक रूप से चाँद शब्द “प्रेमी या प्रेमिका” का पर्याय बन चुका है।