कोई श्रेष्ठ व्यक्ति जो कोई कला या विद्या सिखा रहा हो अर्थात जिससे हमने किसी न किसी रूप में कोई शिक्षा ग्रहण की हो को गुरु कह कर सम्बोधित किया जाता है। गुरु कला में पूर्णतः निपुण हो भी सकता है और नही भी। परन्तु यदि वह इतना ज्ञान रखता हो की आप को सीखा सके तो आपके लिए वह आप का गुरु होगा। जैसे महाभारत काल में द्रोणाचार्य ने अर्जुन तथा अन्य कौरवों/ पांडवों को शस्त्र तथा शास्त्र की शिक्षा दी तथा इनके गुरु कहलाये। इसी तरह आपको आपके जीवन में कुछ सिखाने वाला आपका गुरु कहलाएगा। यह सीख कोई ज्ञान हो सकता है कोई कला हो सकती है या फिर कोई कार्य हो सकता है। अन्य अर्थ : बड़ा: गुरू का एक अर्थ बड़ा भी होता है सबसे बड़े आकार वाले को गुरु कहा जा जाता है जैसे "आकार के मामले में यह सबका गुरु है।" महत्वपूर्ण: गुरू शब्द को महत्वपुर्ण के स्थान पर भी प्रयोग किया जा सकता है जैसे "इस कार्य को किसी अनुभवी को ही सौंपा जाए क्योंकि यह एक गुरु कार्य है।" ब्रहस्पति: ब्रहस्पति जो कि एक ग्रह व दिन का नाम है; भी गुरु शब्द का पर्याय है।