किसी का सम्मानपूर्वक अभिवादन करने हेतु प्रयोग किया जाने वाला शब्द जो दोनों हाथों की हथेलियों व उँगलियों को आपस में जोड़कर व सिर झुकाकर किया जाता है को नमस्ते कहा जाता है। नमस्ते का मतलब होता है तुम्हारे लिए प्रणाम (इंग्लिश: हेल्लो)। नमस्ते दो शब्दों से मिलकर बना है। जिसमें नमः का अर्थ होता है प्रणाम तथा स्"ते" का अर्थ होता है तुम्हारे लिए। इन्ही दो शब्दों से बना यह शब्द हिन्दू धर्म में सामने वाले व्यक्ति का अभिवादन करने हेतु प्राचीन काल से प्रयोग किया जाता रहा है। इस शब्द का मूल संस्कृत है। नमस्ते किसी को मिलते समय या किसी से विदा लेते समय की जाती है। आम बोलचाल तथा व्यवहार में नमस्ते का प्रयोग किया जाता है परन्तु यदि देव या गुरु के अभिवादन की बात आती है तो नमस्कार शब्द को प्राथमिकता दी जाती है। हालाँकि नमस्ते व नमस्कार दोनों शब्दों में कोई अंतर नही है दोनों को अभिवादन के लिए प्रयोग किया जा सकता है किन्तु समय के प्रभाव से आधुनिकता में नमस्ते शब्द आम प्रचलन में है तथा जब विशेष अभिवादन की बात आती है तो थोड़ा अंतर देने व अधिक सम्मान दर्शाने के लिए नमस्कार शब्द का प्रयोग किया जाता है।
उदाहरण: 1).
अभिवादन वाक्य:
नमस्ते... कैसे हैं आप।
2). विदा लेते समय:
अब हम चलते हैं नमस्ते।
* आमी तोमाके भालोबाशी बंगाली भाषा का शब्द है। * इसका हिंदी में अर्थ होता है "मैं तुमसे प्यार करता/ करती हूँ। * इस शब्द का प्रयोग हिंदी फिल्मों और गानों में बंगाली टच देने के लिए किया जाता है। * आमी तोमाके भालोबाशी में "तोमाके" का अर्थ होता है "तुमको" इसे "तोमे" के साथ भी बोला जा सकता है अर्थात "आमी तोमे भालोबाशी" का अर्थ भी "मैं तुमसे प्यार करता हूँ" ही होता है। * अपने से उम्र में बड़े व्यक्ति जैसे माता-पिता को बंगाली में यह शब्द कहते हुए "तोमाके" शब्द को "अपनके" बोला जाता है जैसे : आमी अपनके भालोबासी" * अंग्रेजी में इसका अर्थ आई लव यू होता है। * अगर बोलना हो कि "मैं तुमसे (बहुत) प्यार करता हूँ" तो कहा जाएगा "आमी तोमाके खूब भालोबाशी" * वहीं अगर बोलना हो " तुम जानती हो मैं तुमसे प्यार करता हूँ" तो कहा जाएगा "तुमी जानो; आमी तोमाके भालोबाशी"
नमस्ते अर्थात नमः + अस्ति । न ममः इति नमः अर्थात मेरा नहीं है सब आपका है। अपने सामने वाले व्यक्ति के प्रति आदर का भाव।
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