किसी का सम्मानपूर्वक अभिवादन करने हेतु प्रयोग किया जाने वाला शब्द जो दोनों हाथों की हथेलियों व उँगलियों को आपस में जोड़कर व सिर झुकाकर किया जाता है को नमस्ते कहा जाता है। नमस्ते का मतलब होता है तुम्हारे लिए प्रणाम (इंग्लिश: हेल्लो)। नमस्ते दो शब्दों से मिलकर बना है। जिसमें नमः का अर्थ होता है प्रणाम तथा स्"ते" का अर्थ होता है तुम्हारे लिए। इन्ही दो शब्दों से बना यह शब्द हिन्दू धर्म में सामने वाले व्यक्ति का अभिवादन करने हेतु प्राचीन काल से प्रयोग किया जाता रहा है। इस शब्द का मूल संस्कृत है। नमस्ते किसी को मिलते समय या किसी से विदा लेते समय की जाती है। आम बोलचाल तथा व्यवहार में नमस्ते का प्रयोग किया जाता है परन्तु यदि देव या गुरु के अभिवादन की बात आती है तो नमस्कार शब्द को प्राथमिकता दी जाती है। हालाँकि नमस्ते व नमस्कार दोनों शब्दों में कोई अंतर नही है दोनों को अभिवादन के लिए प्रयोग किया जा सकता है किन्तु समय के प्रभाव से आधुनिकता में नमस्ते शब्द आम प्रचलन में है तथा जब विशेष अभिवादन की बात आती है तो थोड़ा अंतर देने व अधिक सम्मान दर्शाने के लिए नमस्कार शब्द का प्रयोग किया जाता