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Excess DR in SB Meaning in Hindi | एक्सेस डीआरएस इन एसबी का अर्थ

भारतीय स्टेट बैंक जिसे आम तौर पर SBI के नाम से जाना जाता है; अपने नियमों को लेकर बहुत सख्त है इन्ही नियमों में से एक नियम है Excess DRS इस शब्द में DRS की फुल फॉर्म होती है Debt. Report System यह रिपोर्टिंग सिस्टम आपके खाते से निकाली गई राशि के आधार पर रिपोर्ट्स बनाता है और यदि आपने लिमिट से ज्यादा ट्रांसेक्शन्स की होती हैं तो यह आपके खाते को एक्सेस यूज (आवश्यकता से अधिक प्रयोग) की केटेगरी में डाल कर पैसे काट लेता है।

भारतीय स्टेट बैंक ने अपने ग्राहकों की आवश्यकता से अधिक ट्रांसेक्शन को रोकने के लिए कुछ नियम बनाए हैं इन नियमों के अनुसार आप बैंक की होम ब्रांच (जिस ब्रांच में आपका खाता खुला है) से सीमित ट्रांसेक्शन्स ही कर सकते हैं उदाहरण के तौर पर यदि त्रैमासिक आधार पर आपके खाते में औसत राशि 1000 से अधिक व 25 हजार से कम है तो आप एक माह में 4 बार पैसे निकलवा सकते हैं और यदि पाँचवी बार आप पैसे निकलवाते हैं तो इसके लिए आपको Excess DRS चुकाना होगा। हालांकि यह लिमिट केवल खाते में कम पैसा रखने वाले ग्राहकों के लिए है यदि आपके खाते में त्रैमासिक औसत राशि 01 लाख रुपए से अधिक है तो आप एक माह में असीमित ट्रांसेक्शन्स कर सकते हैं। तब आपको किसी प्रकार का कोई Excess DRS चुकाने की आवश्यकता नही है।

खाते में कम राशि रखने वाले ग्राहकों के लिए इस प्रकार की लिमिटेशन ऑनलाइन बैंकिंग, ATM ट्रांसेक्शन्स तथा डिजिटल पेमेंट पर भी लागू होती हैं। कितनी राशि रखने पर आपको कितनी फ्री ट्रांसेक्शन्स मिलेंगी इसकी जानकारी आप बैंक में जाकर या SBI के कस्टमर केयर नंबर पर कॉल करके पता कर सकते हैं।

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