हथकरघा उद्योग उस उद्योग को कहा जाता है जिसमें धागे या सूत का प्रयोग कर वस्त्र बनाए जाते हैं। हालांकि आज के समय मे वस्त्रों को बनाने के लिए अत्याधुनिक मशीने आ चुकी हैं लेकिन आज भी भारत की 1.3 करोड़ के लगभग आबादी हाथ से कपड़े बुनती है जिसमें मुख्य रूप से महिलाएं कार्य करती हैं तथा जिस उपकरण का प्रयोग कर ये महिलाएं वस्त्र बुनती हैं उसे "करघा" कहा जाता है।
और जिस उद्योग में "करघा" को हाथ से चलाया जाता है उसे हथकरघा उद्योग कहा जाता है। हाथ से बने वस्त्रों का उद्योग जहां भारत की एक बड़ी आबादी को रोजगार प्रदान करता है वहीं दूसरी ओर हाथ से बने वस्त्रों की बाजार में विशेष मांग रहती है। खास तौर पर ग्रामीण महिलाओं में हथकरघा से बने वस्त्र काफी प्रचलित हैं।