राजदूत एक ऐसा महत्वपूर्ण व्यक्ति होता है जिसे एक देश या राज्य द्वारा दूसरे देश या राज्य में नियुक्त किया जाता है ताकि वह अपने मातृ देश का प्रतिनिधित्व उस दूसरे देश में कर सके। राजदूत से यह अपेक्षा रखी जाती है कि वह अपने व्यवहार व बौद्धिक कुशलता से दो देशों के मध्य मधुर सबंध स्थापित करेगा। एक राजदूत अपने देश की पूरी आबादी का प्रतिनिधित्व करता है इसलिए राजदूत द्वारा बोली जाने वाली एक-एक बात व उसके द्वारा किया गया एक-एक कार्य उस देश के लोगों की पहचान माना जाता है जिस देश का वह प्रतिनिधित्व कर रहा होता है।
अपने देश का प्रतिनिधित्व करते हुए राजदूत का यह उत्तरदायित्व होता है कि वह अपने देश के नागरिकों का हित सर्वोपरि रखे तथा मेजबान देश के वाणिज्यिक (व्यापार से सबंधित), आर्थिक व सांस्कृतिक जीवन पर पैनी निगाह रखे और इसकी स्पष्ट जानकारी हासिल कर अपने देश भेजे। इस जानकारी का प्रयोग कर दो देश अपने आपसी मैत्री सबंध को बढ़ावा देते हैं। यहां आपको इस बात का भी पता होना चाहिए कि राजदूत नियुक्त करने को परंपरा आज से नही बल्कि हजारों वर्ष पहले से ही मानव समाज में विद्यमान रही है।