विशेष स्थानों पर किसी दुकान या मॉल के मालिक द्वारा कुछ ऐसे व्यक्ति नौकरी पर रखे जाते हैं जो आम ग्राहक बनकर इस बात का निरीक्षण करते हैं कि दुकान में दी जा रही सेवा कैसी है तथा दुकान या मॉल में कार्य कर रहे कर्मचारी ग्राहकों के साथ किस तरीके का व्यवहार कर रहे हैं। ग्राहक बनकर आए इन निरीक्षकों को सीक्रेट शॉपर कहा जाता है। दुकान का मालिक इस काम के लिए इन्हें वेतन देता है।
वेतन की एवज में सीक्रेट शॉपर्स अपने द्वारा निरीक्षण किए गए डेटा को रिपोर्ट के रूप में मालिक को सौंपते हैं ताकि मालिक इन रिपोर्ट्स के आधार पर ग्राहकों की संतुष्टि हेतु उचित कदम उठा सके। क्योंकि ग्राहकों की संतुष्टि किसी व्यापार की सफलता की पहली मांग होती है इसलिए इस काम के लिए सीक्रेट शॉपर्स का सहारा लिया जाता है।