यदि कोई व्यक्ति बाजार में प्रचलित मजदूरी की दरों पर काम करने को तैयार नहीं है और उन मजदूरी की दरों से अधिक पैसे की मांग कर रहा है जिस कारण उसे रोजगार नहीं मिल पा रहा है तो ऐसे बेरोजगार व्यक्ति को ऐच्छिक बेरोजगार कहा जाता है और इस प्रकार की बेरोजगारी ऐच्छिक बेरोजगारी कहलाती है। क्योंकि यहां पर वह व्यक्ति अपनी इच्छा से बेरोजगार है और अधिक मजदूरी नहीं मिलने के कारण स्वयं बेरोजगार रहना चाहता है इसी कारण उसकी बेरोजगारी को ऐच्छिक बेरोजगारी कहा जाता है।