जेंडर डिस्क्रिमिनेशन मूल रूप से अंग्रेजी भाषा का शब्द है जो अंग्रेजी के दो शब्दों से मिलकर बना हुआ है। इसमें जेंडर का अर्थ होता है "लिंग" तथा डिस्क्रिमिनेशन का अर्थ होता है "भेदभाव" इस प्रकार लिंग के आधार पर भेदभाव करना ही जेंडर डिस्क्रिमिनेशन कहलाता है। उदाहरण के तौर पर यदि महिलाओं या पुरुषों में से किसी एक वर्ग को विशेष सुविधाएं दी जाएं जबकि दूसरे वर्ग को पूर्ण रूप से या आंशिक रूप से उन विशेष सुविधाओं से वंचित रखा जाए; वो भी ऐसी स्थिति में जबकि दोनों वर्गों को उस सुविधा की आवश्यकता हो तो इसे जेंडर डिस्क्रिमिनेशन या जेंडर इनइक्वलिटी कहा जाता है।
जेंडर डिस्क्रिमिनेशन के बहुत से उदाहरण हमारे अपने देश भारत में भी देखे जा सकते हैं जैसे कि कुछ धार्मिक स्थलों पर महिलाओं को जाने की अनुमति नही दी जाती या फिर इसके विपरीत कुछ विशेष सुविधाएं जो सरकार द्वारा केवल महिलाओं को दी जाती है; इन दोनों ही स्थितियों में जेंडर डिस्क्रिमिनेशन दिखाई देता है। तो इस तरह से हम दोनों जेंडर के साथ डिस्क्रिमिनेशन देख सकते हैं। हालांकि हमें यह मानना होगा कि भारत सहित लगभग दुनिया के सभी देशों में जेंडर डिस्क्रिमिनेशन के आधार पर महिलाओं के साथ भेदभाव अधिक होता है।