* पारंपरिक उपनिवेशवाद का आधुनिक रूप नव उपनिवेशवाद कहलाता है।
* प्रारंभिक उपनिवेशवाद में जहां विकसित देशों द्वारा शक्ति का प्रयोग कर प्रत्यक्ष तौर पर किसी अविकसित देश के संसाधनों पर अधिकार किया जाता था वहीं नव उपनिवेशवाद में यह अधिकार अप्रत्यक्ष दबाव के रूप में होता है।
* नव उपनिवेशवाद में कोई देश जो राजनीतिक रूप से स्वतंत्र दिखलाई पड़ता है वह किसी विकसित देश के दबाव में फैसले लेता है यह दबाव आर्थिक, सांस्कृतिक या सुरक्षात्मक हो सकता है।
* विकसित देशों द्वारा यह दबाव अविकसित अथवा विकासशील देशों को आर्थिक सहायता देकर, सुरक्षा देकर या किसी अन्य कूटनीतिक तरीके का प्रयोग कर बनाया जाता है।
टिप्पणियाँ
एक टिप्पणी भेजें