पंजाबी शादियों में गाए जाने वाले सांस्कृतिक गीतों को पंजाबी में टप्पे (एकवचन: टप्पा) कहा जाता है। अलग अलग रस्मों के अनुसार अलग-अलग टप्पे गाए जाते हैं तथा ये मुख्य रूप से दो लाइनों में गाकर समाप्त कर दिए जाते हैं। आप इसे उदाहरण लेकर समझ सकते हैं जैसे पंजाब का सबसे प्रसिद्ध टप्पा है "चिट्टा कुकड़ बनेरे ते... काशनी दुप्पटे वालिए मुंडा सदके तेरे ते"
यहाँ पर अर्थ इस प्रकार हैं :
चिट्टा कुकड़ : सफेद मुर्गा
बनेरे : रेलिंग (छत के किनारों पर बनाई गई दीवार)
काशनी : बादामी रंग
मुंडा : लड़का
सदके : कुर्बान हो जाना