भारतीय संसद मुख्य रूप से तीन भागों से मिलकर बनी हुई है यह भाग हैं लोकसभा, राज्यसभा और राष्ट्रपति। इनमें से लोकसभा को "निम्न सदन" के नाम से जाना जाता है और राज्यसभा को "उच्च सदन" के नाम से जाना जाता है। राज्यसभा को उच्च सदन इसलिए कहा जाता है क्योंकि यह स्थाई सदन होता है वैसे तो इसका कार्यकाल 6 वर्ष का होता है। लेकिन इसके एक तिहाई सदस्यों को प्रत्येक 2 वर्ष बाद सेना निवृत्त कर दिया जाता है। जिस कारण यह सदन सदैव व्यवस्था में बना रहता है और कभी भी भंग नहीं होता। इसके विपरीत लोकसभा जिसे निम्न सदन के नाम से जाना जाता है वह प्रत्येक 5 वर्ष बाद अवश्य भंग होता है तथा नई लोकसभा का निर्माण किया जाता है। ज्ञात रहे कि लोकसभा को 5 वर्ष से पूर्व भी भंग किया जा सकता है।
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