यह एक प्रकार का यंत्र होता है जिसे किसी ग्रह, उपग्रह या किसी अन्य खगोलीय पिंड की कक्षा में स्थापित किया जाता है। कक्षा में स्थापित होने के बाद यह यंत्र उस खगोलीय पिंड की परिक्रमा करना शुरू कर देता है तथा अपने उपकरणों का प्रयोग कर उस पिंड बारे में जानकारी एकत्रित कर पृथ्वी पर भेजता है।