* जब कोई व्यक्ति आसपास के लोगों की बात सुनना छोड़ कर चुपचाप बैठा रहे और किसी की बात पर कोई प्रतिक्रिया ना दे तब उसे कहा जाता है कि यह व्यक्ति कान में तेल डाल कर बैठा है।
* कान में तेल डाल कर बैठना मुहावरे का शाब्दिक अर्थ होता है "बातें अनसुनी करना या ध्यान न देना"
* इस मुहावरे का प्रयोग विशेषकर क्रोध की भावना में किया जाता है जब सामने कहता है कि "क्या तुम कान में तेल डालकर बैठे हो तुम्हें सुनाई नहीं दे रहा"?
* इस मुहावरे का वाक्य में प्रयोग निम्नलिखित है :
* मैं इतनी देर से बोले जा रहा तुम कुछ जवाब नहीं दे रहे कान में तेल डालकर बैठे हो क्या?
* अध्यापक ने इतने अच्छे तरीके से पढ़ाया लेकिन तुम्हें कुछ भी समझ नहीं आया क्या तुम कान में तेल डालकर बैठे थे?