चुनावी समय में हमें अक्सर मैनिफेस्टो शब्द सुनाई देता है सभी पार्टियां अपना-अपना मैनिफेस्टो जारी करती हैं वहीं जो पार्टी सत्ता में होती है वह अपने पिछले मैनिफेस्टो में किए गए वादों के पूर्ण होने का दम भरती हैं। लेकिन ये मैनिफेस्टो होता क्या है?
दरअसल मैनिफेस्टो का हिंदी में मतलब होता है "घोषणापत्र"। कोई भी राजनीतिक दल जब कोई चुनाव लड़ता है तो वह इस बात की जानकारी सार्वजनिक रूप से देता है कि यदि उस पार्टी की सरकार बनती है तो कौन-कौन से कार्य मुख्य रूप से किए जाएंगे।
किसी राजनीतिक दल के मैनिफेस्टो में शिक्षा संस्थानों के सुधार की बात होती है, तो किसी में सामाजिक सुधारों पर बल दिया जाता है, कोई राजनीतिक दल रोजगार दिलाने की बात कहता है तो किसी दल के लिए पानी-बिजली की आधारभूत सुविधा पर बल दिया जाता है। इस प्रकार राजनीतिक दलों द्वारा अपने-अपने चुनावी वादों को लिखित रूप देकर प्रिंट करवाया जाता है और यही प्रिंटिड वादे मैनिफेस्टो कहलाते हैं।
मैनिफेस्टो को पढ़ कर किसी राजनीतिक पार्टी की विचारधारा, उद्देश्य, रणनीति और वादों को समझा जा सकता है और सभी राजनीतिक दलों के मैनिफेस्टो को पढ़कर मतदाता यह तय करता है कि उसे किस राजनीतिक दल को सत्ता में लाना है।
मैनिफेस्टो में किए गए वादों को पूरा न करने पर राजनीतिक दल जनता के प्रति जवाबदेह होता है लेकिन इस तरह को व्यवस्था सुचारू रूप से केवल पढ़े लिखे व तर्कवादी मतदाताओं के बीच की कामयाब होती है। इसलिए समाज सुधारकों द्वारा शिक्षा पर बहुत अधिक जोर दिया जाता है। भारत में भी राजनीतिक दल मैनिफेस्टो जारी करते हैं जिन्हें इन दलों की आधिकारिक वेबसाइट पर विजिट कर पढा जा सकता है।
इसके अलावा अंग्रेजी भाषा में मैनिफेस्टो शब्द का प्रयोग किसी सामान्य व्यक्ति या किसी समूह द्वारा लिखित रूप में दी जाने वाली उसकी भविष्य नीति अथवा लिखित वादों के लिए भी किया जा सकता है।