आर्टिफिशियल इंटेलीजेंस मशीनों में डाले जाने वाले उस कृत्रिम ज्ञान को कहा जाता है जिसके चलते मशीने मनुष्य की तरह व्यवहार करती हैं और उनके सोचने समझने की क्षमता मनुष्यों की क्षमता की नकल बन जाती है। जिस प्रकार मनुष्य किसी समस्या को समझ कर उसके संभव हल निकालने का प्रयास करता है उसी प्रकार ये मशीने भी बिना किसी मदद के मनुष्यों की तरह समस्याओं को हल करने में सक्षम हो जाती है। यद्द्पि हम इस समय आर्टिफिशियल इंटेलीजेंस के आरंभिक स्तर पर हैं जिस कारण ये मशीने पूर्णतः आत्मनिर्भर नही हैं इन्हें मनुष्य की सहायता आवश्यकता पड़ती है।
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