अस्थाई जेल ऐसे स्थान होते हैं जिन्हें कुछ समय के लिए जेल में बदला गया होता है। अस्थाई जेलें बनाने के लिए कॉलेज, स्कूल या ऐसे संस्थानों को चुना जाता है जहाँ पर बड़ी तादाद में लोगों को बंद करके रखा जा सके। माहौल खराब होने के डर से इन कॉलेजों या संस्थानों में पढ़ रहे बच्चों की छुट्टियां कर दी जाती है तथा खाली पड़े संस्थानों का इस्तेमाल अस्थाई जेल के तौर पर किया जाता है ताकि जो असामाजिक तत्व समाज में अराजकता फैलाने की कोशिश कर रहे हों उन्हें एक स्थान पर कैद करके नजरबंद किया जा सके। अस्थाई जेल बनाने की नौबत उस समय आती है जब किसी मुद्दे को लेकर लोगों को भड़काया जाना आसान होता है। इस समय उत्तर प्रदेश में भी यही हो रहा है। पुलिस को डर है कि असामाजिक तत्व लोगों में अफवाहें फैलाकर माहौल को खराब करने की कोशिश कर सकते हैं इसलिए उन पर नकेल कसने के लिए अलग-अलग संस्थानों को अस्थाई जेलों में बदल दिया गया है। अफवाहें फैलाने व गुंडागर्दी करने वालों को अयोध्या जन्म भूमि विवाद मामला शांत होने तक इन्ही जेलों में बंद करके रखा जाएगा।