शब्द चर्चा में क्यों : हाल ही में सिख धर्म संस्थापक गुरु नानक देव जी का 550 वां प्रकाश पर्व मनाया जा रहा है इस शुभ अवसर पर उनकी मूल सीख का प्रचार हो रहा है जो कि हैं : नाम जपो, कीरत करो ते वंड छको।
नाम जपो, कीरत करो, वंड छको का अर्थ : पंजाबी में लिखित ये शब्द गुरु नानक देव जी द्वारा दी गई मूल शिक्षा तथा सिख धर्म के तीन मूल स्तंभ हैं। नाम जपो (अर्थात प्रभु का सिमरन करो); कीरत करो (अर्थात ईमानदारी से कड़ी मेहनत करो); वंड छको (अर्थात बाँट कर खाओ) ये ही गुरु नानक देव जी की मूल शिक्षा है जिनका अनुसरण सिख धर्म के अनुयायी अपने तन-मन-धन से करते हैं।
,श्रीमान,यह उपदेश सृष्टि में सुखद जीवन का आधार है,परंतु मानव की समझ से परे है,,,,,
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