शब्द चर्चा में क्यों : हाल ही में महाराष्ट्र में विधानसभा 2019 चुनाव संपन्न हुए हैं इन चुनावों में भारतीय जनता पार्टी (BJP) सबसे बड़ी पार्टी बनकर उभरी है इन चुनावों में भारतीय जनता पार्टी को 105 सीट, शिवसेना को 56 सीट, एनसीपी को 54 सीट और कांग्रेस को 44 सीट मिली हैं। महाराष्ट्र विधानसभा में कुल 288 सीटें हैं इसलिए बहुमत का आंकड़ा 145 है परंतु किसी भी राजनीतिक दल के पास बहुमत नही है इसलिए शिवसेना और भारतीय जनता पार्टी गठबंधन की सरकार बनाने पर राजी हुए थी लेकिन दोनों के बीच 50-50 फॉर्मूले को लेकर सहमति नही बन पाई इसलिए महाराष्ट्र में राज्य सरकार बनने में देरी हो रही है।
50-50 फार्मूला का अर्थ: इस फार्मूले के अंतर्गत शिवसेना और भाजपा के बीच सरकार की शक्तियों के बंटवारे को लेकर यह तय किया जाना है कि दोनों पार्टियों के नेताओं को सरकार बनाने में 50% की बराबर भागीदारी मिले। इस फार्मूले का जो सबसे बड़ा पहलू है वो यह है कि शिवसेना चाहती है मुख्यमंत्री के पद पर भी यह फार्मूला लागू हो और महाराष्ट्र में 5 वर्ष के समयकाल में दो मुख्यमंत्री बनें। पहला भाजपा का दूसरा शिवसेना का; और दोनों मुख्यमंत्री 2.5 वर्ष तक सरकार संभाले। राजनीति के इसी अंकगणितीय फार्मूले को 50-50 फार्मूला कहा जा रहा है।