पाञ्चजन्य शब्द; पाञ्चजन्य नामक राक्षक की हड्डी से बने श्री कृष्ण के शंख को कहा जाता है; महाभारत के अनुसार कुरुक्षेत्र के युद्ध में श्री कृष्ण द्वारा इसी शंख का प्रयोग किया गया था।
मौजूदा समय में RSS (राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ) द्वारा पाञ्चजन्य नाम से एक साप्ताहिक पत्रिका प्रकाशित की जाती है जो आरएसएस की विचारधारा का प्रतिनिधित्व करती है। इस पत्रिका की शुरुआत वर्ष 1948 में आरएसएस प्रचारक दीनदयाल उपाध्याय द्वारा की गई थी।
इसके अलावा पाञ्चजन्य शब्द पाँच सबसे प्राचीन क्षत्रिय जातियों के लिए भी किया जाता है।
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