चुनावी घोषणापत्र राजनीतिक पार्टी का एक औपचारिक लिखित बयान होता है जिसमें वे अपने उद्देश्य और नीतियों को बताते हैं जिनके आधार पर मतदाता उस पार्टी विशेष को सत्ता में लाने के लिए वोट देते हैं; एक तरह से चुनावी घोषणापत्र राजनीतिक पार्टी की प्राथमिकताओं को समझाने का जरिया होता है
महत्व - पहला तो यह पार्टी की विचारधारा का स्पष्ट व विश्वसनीय स्रोत होता है; दूसरा यह वाद-विवाद के एक निश्चित स्त्रोत की तरह काम करता है; तीसरा यह उन लोगों को पार्टी से सीधा जोड़ता है जिनके मुद्दों कोे मैनिफेस्टो में प्राथमिकता मिलती है; चौथा यह पार्टियों के बीच होने वाली स्पष्ट प्रतिस्पर्धा को रेखांकित करता है; अंत में यह मतदाताओं को स्पष्ट विकल्प देता है
समस्याएं - पहला भारत में मैनिफेस्टो को ज्यादा तरजीह नही दी जाती; दूसरा विविधता के चलते राष्ट्रीय स्तर के दलों को ऐसे वादे करने में समस्याएं आती हैं जो संपूर्ण भारत को रेखांकित करती हों; तीसरा मैनिफेस्टो के प्रति जवाबदेही का ना होना इसके महत्व को राजनीतिक दलों में भी कम करता है; चौथा भारत में जारी चुनावी मैनिफेस्टो में मुफ्तखोरी का बोलबाला रहता है
अंत में मैनिफेस्टो में किए गए वादों में वर्षों से चले आ रहे सामान्य वादों को बार-बार प्रिंट कर दिया जाता है जिनका कोई निश्चित पैमाना नही होता जिस वजह से उन मुद्दों पर डिबेट करना मुश्किल होता है जैसे कि अच्छी सरकार।