वो सिद्धांत या मान्यता जो कहती है कि श्वेत लोग अन्य नस्लों के लोगों की अपेक्षा स्वाभाविक रूप से श्रेष्ठ हैं इसलिए अन्य नस्लों को इसे उच्च दर्जे का मानना चाहिए।
इस सिद्धांत को श्वेत वर्चस्ववाद के नाम से जाना जाता है।
यह सिद्धांत छद्म विज्ञान के आधार पर नस्लवाद सही साबित करने की कोशिश करता है और उपनिवेशवादी सफलता का उदाहरण देकर साबित करने का प्रयत्न करता है।