कोरोना वायरस म्युटेशन की प्रक्रिया के चलते लगातार अपना स्वरूप बदल रहा है और इसके बदलते हर स्वरूप (वैरिएंट) को एक नया नाम दिया जा रहा है। इसी क्रम में कोरोना के डेल्टा वैरिएंट में हुए बदलाव (म्यूटेशन) के चलते एक नया वैरिएंट सामने आया है जिसे डेल्टा प्लस नाम दिया गया है। इस वैरिएंट का वैज्ञानिक नाम AY.1 है।
वायरस के ने वैरिएंट आना एक सामान्य प्रक्रिया है लेकिन यह मानव जाति के लिए उस समय घातक हो।जाती है जब किसी वायरस के लिए बनी वैक्सीन उस वायरस के वैरिएंट पर काम नही करती।
कोरोना के नए वैरिएंट इसके स्पाइक प्रोटीन में हो रहे बदलाव के चलते बन रहे हैं। जो वायरस को मानव कोशिकाओं में प्रवेश करने हेतु मदद करता है।
डेल्टा वैरिएंट भारत में दूसरी कोरोना लहर के आने का कारण बना था इसलिए इस वैरिएंट से निकले डेल्टा प्लस को भी घातक माना जा रहा है हालांकि अभी इसके साक्ष्य उपलब्ध नही हैं।