व्यंजन वे वर्ण होते हैं जिन जिनका उच्चारण स्वतंत्र रूप से ना किया जा सके तथा जिनके उच्चारण में स्वरों की सहायता लेनी पड़े।
व्यंजनों की संख्या 33 है जैसे : के, ख, ग..... इत्यादि।
व्यंजनों को व्यक्त करने के लिए हलन्त का सहारा लिया जाता है।
व्यंजन वे वर्ण होते हैं जिन जिनका उच्चारण स्वतंत्र रूप से ना किया जा सके तथा जिनके उच्चारण में स्वरों की सहायता लेनी पड़े।
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